Jain Dharma History Topics for IAS/PSC Exam

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नमस्कार दोस्तों, आज की इस लेख हम आपको IAS, PSC, UPPCS Exam में Jain Dharma History Topics से पूछे गए प्रश्नों के बारे में बताएगे !! जिससे UP PSC में जैन धर्म, बौद्ध धर्म से एक प्रश्न मिलने की पूरी संभावना होती है| आप सभी इच्छुक विद्यार्थी हमारे इस Article को अंत अवश्य पढ़े, आप सभी को ज्ञात हो जाएगा की किस प्रकार के History Topics से Jain Dharma और bauddh dharm से प्रश्न पूछे जाते है, प्रति वर्ष.

Jain Dharma History Topics in Hindi


Jain Dharma History Topics for PSC Exam

आप सभी प्रतियोगी छात्र-छात्राएं बौद्ध धर्म से पीसीएस परीक्षा में किस प्रकार के प्रश्न पूछे जाते हैं !! नीचे दिए गए लेख के माध्यम से विस्तार से पढ़ें, और किसी भी प्रकार की Dout हो तो हमें कमेंट करके बताएं !!

PCS परीक्षा में प्रश्न 4 प्रकार का मिल सकता है –

1. पहला प्रकार सीधा है जिसमें तथ्यों को ‘मिलान‘ करवा सकता है इसके लिए आपको जो पढ़ना है –

  •  तीर्थंकर एवं प्रतीक चिह्न, महावीर स्वामी और उनसे जीवन से संबंधित सभी तथ्य।
  •  जैन तीर्थंकर का क्रम भी पूछ सकता है या कौनसे नम्बर के तीर्थंकर थे ये पूछ सकता है। (पहले 5 तीर्थंकर और महावीर स्वामी से पहले के 4-5 तीर्थंकर क्रमानुसार पेपर पर लिख लीजिये)
  • पाँच महाव्रतों को मिलान करवाने का पूछ सकता है।
  • उपसंप्रदाय दे सकता है और किसी एक को बाकी से अलग करके पूछ सकता है कि इनमें से कौन सा उपसम्प्रदाय श्वेताम्बर/दिगंबर में था / नहीं था। (श्वेतांबर और दिगम्बर दोनों के उपसंप्रदयों को ध्यान से पढ़ना है कौनसा किस से संबंधित है।)
  •  जैन धर्म से संबंधित स्थलों का मिलान पूछ सकता है किसका किसलिए महत्व है।

2. दूसरा प्रकार का प्रश्न ‘स्टेटमेंट्स’ का हो सकता है जिसमें आपको 3 या 4 स्टेटमेंट दी जाएंगी और आपसे पूछा जा सकता है इनमे से कौनसी सही/गलत है। (इस प्रकार का प्रश्न ज्यादातर UPSC में पूछा जाता है यहाँ विशेष ध्यान दें) इसके लिए पढ़ें –

  • जैन धर्म की मान्यताएं
  • जैन धर्म का दर्शन
  • जैन धर्म की शिक्षाएं
  • दिगंबर और श्वेतांबर में अंतर (समझ के पढ़ना है बहुत गहराई से)




3. तीसरा प्रकार ‘परिभाषा’ से संबंधित हो सकता है जिसमें किसी शब्द है पद या एक्टिविटी की परिभाषा या उसका अर्थ पूछा जा सकता है –

  • स्यादवाद / अनेकान्तवाद/पुदगल/चन्दना/चेलना इत्यादि शब्द और उनके अर्थ।
  • जैन धर्म में की जाने वाली क्रियाएं

4. सामान्य प्रश्न ‘तथ्यात्मक’ प्रकृति का हो सकता है इसमें –

  • साहित्य ग्रन्थ और रचनाकार
  • साहित्य के अंग/जैन साहित्य
  • जैन धर्म को आश्रय प्रदान करने वाले शासक
  • संगीतियाँ,जैन संघ संरचना,त्रिरत्न इत्यादि।

नोट : जैन धर्म की तरह ही बौद्ध धर्म को ऐसे ही केटेगरी में बाँट कर पढ़ना है।

आशा है कि आप सभी समझ गए होंगे की “Jain Dharma History Topics for IAS/PSC Exam” में किस प्रकार के ज्यादा प्रश्न पूछे जाते हैं|

IAS PCS Notes :-


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